
Jaisalmer Bus Accident : राजस्थान के जैसलमेर के वार म्यूजियम के पास बस में लगी आग में मौत का आंकड़ा हुआ 21 , शवो की पहचान होना मुश्किल शवो की पहचान DNA सैंपल से होगी , नागौर सांसद हनुमान बैनीवाल का राजस्थान बीजेपी सरकार पर असंवेदनशिल होने का आरोप
Rajasthan Jaisalmer Fire Accident : राजस्थान के जैसलमेर में हुए बस अग्निकांड में घायल एक 10 साल के बच्चे ने इलाज के दौरान जोधपुर में दम तोड़ दिया है। इस दुखद हादसे में अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है। वहीं इस घटना के बाद सूबे की सीएम भजनलाल शर्मा भी खुद जैसलमेर पहुंचे थे और घटनास्थल का जायजा लिया था। उन्होंने पोकरण विधायक महन्त प्रताप पुरी, जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रतापसिंह नाथावत, पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे सहित तमाम जिले के अधिकारियों से घटना का फीडबैक लिया है। फिर अस्पताल पहुंचकर घायलों से भी मिले। इधर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख जताया है।
20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत के बाद अब पहचान के लिए DNA सैंपलिंग शुरू हो गई है। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल और जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल में मृतकों के अवशेषों से DNA लिए जा रहे हैं। हर परिवार से दो-दो सदस्यों के सैंपल लेकर मिलान की प्रक्रिया जारी है। प्रशासन ने मंगलवार देर रात 19 शवों को जोधपुर भेजा। इन शवों के साथ एक छोटी सी पोटली भी थी—जिसमें सिर्फ जली हुई हड्डियां बची थीं। बताया गया कि एक शव पहले से ही जोधपुर में मौजूद था
जैसलमेर से 10 परिजनों के DNA सैंपल जोधपुर भेजे गए
बस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान के लिए बुधवार सुबह जैसलमेर से 10 परिजनों के डीएनए सैंपल जोधपुर भेजे गए हैं। CMHO डॉ. राजेन्द्र पालीवाल के अनुसार मंंगलवार देर रात से बुधवार सुबह तक करीब 10 परिजनों के DNA सैंपल लेकर जोधपुर भेजे जा चुके हैं।
हमुनाम बेनीवाल ने राजस्थान बीजेपी सरकार को बस हादसे पर घेरा
इस बीच नागौर सांसद हनुमान बैनीवाल ने राजस्थान बीजेपी सरकार पर असंवेदनशिल होने का आरोप लगाते हुए कहा " बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के बीमार होने पर हेलिकॉप्टर ला सकते हो तो "आज जैसलमेर के निकट बस में हुई भीषण आगजनी में गंभीर रूप से झुलसे हुए नागरिकों को एयरलिफ्ट करके जोधपुर क्यों नहीं लेकर आए? जबकि जैसलमेर में तो सेना के हेलिकॉप्टर / प्लेन भी थे,आप केंद्र से व सैन्य अफसरों से बात करके तत्काल झुलसे हुए नागरिकों को हवाई मार्ग से जोधपुर या जयपुर लाते ताकि उनकी पीड़ा का समय पर उपचार शुरू होता, सांसद बेनीवाल ने कहा- इससे यह स्पष्ट होता है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तो संवेदहीन हो गए और उनके साथ सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भी संवेदनहीन हो गए जिन्हें आज समय रहते झुलसे हुए नागरिकों की पीड़ा महसूस तक नहीं हुई
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि संभावित तकनीकी खराबी के बारे में सवाल उठते हैं. इस समय ऐसी लापरवाही नहीं होनी चाहिए. यह पता लगाने के लिए कि यह घटना कैसे हुई कंपनी के पास शिकायत दर्ज की जानी चाहिए..खासकर जब बस किसी दुर्घटना में शामिल नहीं थी. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने ये भी सुना है कि आग लगने पर दरवाजे अपने आप बंद हो गए होंगे, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है सरकार को पूरी जाँच शुरू करनी चाहिए.