
पढ़ाई का जुनून, सड़क बंद हुई तो हेलीकॉप्टर से परीक्षा देने पहुंचे राजस्थान के परीक्षार्थी
पहाड़ में बारिश के बाद सड़कों के बंद होने से राजस्थान के चार युवा उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी की परीक्षा देने हिमनगरी हेलीकॉप्टर में सवार होकर पहुंचे। परीक्षा देने के बाद चारों हेलीकॉप्टर से ही वापस भी लौटे, लेकिन इस परीक्षा के लिए आने और जाने में चारों को 40 हजार रुपये से अधिक धनराशि खर्च करनी पड़ी। युवाओं का कहना है कि धनराशि खर्च तो हुई, लेकिन एक साल बर्बाद होने से बच गया।
मुनस्यारी में बीएड की परीक्षा देने पहुंचने वाले राजस्थान के चार छात्र ओमाराम जाट, मगाराम जाट, प्रकाश गोदारा जाट और लकी चौधरी को भारी बारिश और भूस्खलन के कारण होने वाले मार्ग अवरोधन से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में समस्या का सामना करना पड़ा।
हेलीकॉप्टर से परीक्षा देने पहुंचे
परीक्षा देने के लिए चारों परीक्षार्थी उत्तराखंड के हल्द्वानी तो राजस्थान से पहुंच गए, लेकिन परीक्षा केंद्र तक जाने में मुश्किल सामने आ गई. क्योंकि जगह-जगह से सड़कें बंद हैं. ऐसे में उन्होंने भी हार नहीं मानी और हल्द्वानी-मुनस्यारी हेली सेवा संचालित करने वाली कंपनी से कॉन्टेक्ट किया. इसके बाद वह कंपनी की मदद से हेलीकॉप्टर से परीक्षा देने मुनस्यारी पहुंचे और फिर वापस भी हेलीकॉप्टर के जरिए ही गए.
टैक्सी वाले हर जगह मना कर रहे थे, क्योंकि हल्द्वानी-पिथौरगढ़ और तानकपुर-पिथौरगढ़ सड़कें अवरुद्ध थीं। इस सबसे निराश हो चुके छात्रों को ऐसी जानकारी मिली कि हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध हो सकती है।
उन्होंने एक निजी कंपनी के सीईओ से संपर्क किया और अपनी स्थिति बताकर अनुरोध किया। इस पर कंपनी ने विशेष व्यवस्था करते हुए हेलीकॉप्टर और दो पायलट भेजे, जिससे छात्रों ने सुरक्षित रूप से मुनस्यारी में आरएस टोलिया पीजी कॉलेज पहुंचकर परीक्षा दी और वापस हल्द्वानी लौटे। प्रत्येक छात्र ने इस यात्रा के लिए लगभग 5,200 प्रति छात्र एकतरफा भुगतान किया, यानी कुल 10,400 दोनों तरफ की यात्रा के लिए खर्च होना संभव है।