लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को हाईकोर्ट से झटका, एफआईआर को चुनौती देने वाली याचिका खारिज..याचिका खारिज होने के बाद नेहा सिंह राठौर का बयान सामने…

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को हाईकोर्ट से झटका, एफआईआर को चुनौती देने वाली याचिका खारिज..याचिका खारिज होने के बाद नेहा सिंह राठौर का बयान सामने…

अअपने ट्वीट से क्सर सोशल मीडिया पर चर्चित रहनेवाली नेहा सिंह राठौर  पहलगांव हमले में कथित विवादित पोस्ट पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को लखनऊ हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पहलगाम में 26 पर्यटकों की आतंवादियों द्वारा धर्म पूछकर हत्या के बाद सोशल मीडिया पर कथित विवादित, धार्मिक व देश विरोधी पोस्ट करने की आरोप में लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को राहत देने से इंकार कर दिया है। न्यायालय ने मामले में दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। साथ ही उन्हें विवेचनाधिकारी के समक्ष 26 सितम्बर को पूछताछ में सहयोग के लिए हाजिर होने का भी आदेश दिया है।


यह आदेश न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान व न्यायमूर्ति सैयद कमर हसन रिजवी की खंडपीठ ने पारित किया है। न्यायालय ने अपने आदेश में टिप्पणी की है कि अभिव्यक्ति की आजादी का मौलिक अधिकार है, लेकिन इस पर युक्तियुक्त प्रतिबंध भी हैं। न्यायालय ने कहा कि इस मामले में दर्ज प्राथमिकी और विवेचना के दौरान अब तक आए साक्ष्यों से प्रथम दृष्टया नेहा सिंह राठौर द्वारा अपराध कारित करना पाया जाता है। लिहाजा प्राथमिकी रद्द नहीं की जा सकती है।

उक्त याचिका में नेहा राठौर ने 27 अप्रैल को लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की थी। यह भी मांग की थी कि इस मामले में पुलिस उन्हें गिरफ्तार न करे। दलील दी गई थी कि उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। याचिका का शासकीय अधिवक्ता डॉ. वीके सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि याची ने न सिर्फ प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व भाजपा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की है, बल्कि उन्होंने यहां तक कहा है कि भाजपा देश को युद्ध में झोंकना और हजारों सैनिकों की जान जोखिम में डालना चाहती है। कहा गया कि यह पोस्ट पाकिस्तान से ध्यान हटा कर प्रधानमंत्री को कुसूरवार सिद्ध करने का दुष्प्रचार में शामिल थी और इसी वजह से पाकिस्तान ने याची के सोशल मीडिया पोस्टों को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का हथियार बनाया। शासकीय अधिवक्ता ने दलील दी कि विवेचना के दौरान याची के खिलाफ काफी साक्ष्य मिले हैं।

 

याचिका नामंजूर होने के बाद बयान फिर सामने

 

नेहा ने ट्वीट में लिखा, “नरेंद्र मोदी देश नहीं हैं। उनकी आलोचना देश की आलोचना नहीं है, जरूरी मुद्दों पर मैं उनकी सौ बार आलोचना करूंगी और उनको सुनना पड़ेगा…सहना पड़ेगा। अगर वो अपनी आलोचना बर्दाश्त नहीं कर सकते तो उन्हें या तो कुर्सी छोड़ देनी चाहिए या फिर ख़ुद को तानाशाह घोषित कर देना चाहिए।”

नेहा सिंह राठौर ने जीएसटी बचत उत्सव को लेकर भी ट्वीट करते हुए लिखा, "GST बचत उत्सव अगर अब शुरू हो रहा है तो क्या अब तक सरकार GST लूट महोत्सव चला रही थी?

3 weeks, 5 days ago राजनीति