
CJI बी आर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश, जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर का लाइसेंस रद्द कहीं नहीं कर पाएंगे वकालत , इस घटना की पीएम नरेंद्र ने निंदा की और कहा कि इस हमले से हर भारतीय नाराज है
सुप्रीम कोर्ट में CJI बी आर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की गई , जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने तत्काल निलंबित कर दिया है. उन्हें किसी भी कोर्ट, ट्रिब्यूनल या अधिकरण में पेश होने की अनुमति नहीं है.प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने बड़ा दिल दिखाते हुए उस वकील को माफ कर दिया है, जिसने उनपर जूता फेंकने की कोशिश की थी. सीजेआई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
यह घटना उस समय हुई जब प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ वकीलों द्वारा मामलों की सुनवाई कर रही थी. कुछ गवाहों ने कहा कि वकील ने मंच के पास पहुंचने के बाद अपना जूता निकालकर प्रधान न्यायाधीश पर फेंकने की कोशिश की, जबकि कुछ ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि वह कागज़ का एक रोल फेंक रहा था.
हालांकि, घटना से हैरान गवई ने वकीलों से हंगामे को नजरअंदाज करने और अपनी दलीलें जारी रखने को कहा. उन्होंने कहा, “इन सब से विचलित मत होइए. हम विचलित नहीं हैं. ये चीजें मुझ पर असर नहीं डालती हैं.
इस घटना की पीएम नरेंद्र ने निंदा की और कहा कि इस हमले से हर भारतीय नाराज है। एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा- भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई से बात की। आज सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हमले की कोशिश मामले से हर भारतीय आक्रोशित है। हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। यह पूरी तरह से निंदनीय है।
उन्होंने कहा- ऐसी स्थिति में जस्टिस गवई द्वारा प्रदर्शित धैर्य की मैं सराहना करता हूं। यह न्याय के मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और हमारे संविधान की भावना को मज़बूत करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जूता फेंकने के मामले पर क्या बोलीं सोनिया गांधी?
इस मामले पर कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश पर सर्वोच्च न्यायालय में हुए हमले की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है. यह न केवल उन पर, बल्कि हमारे संविधान पर भी हमला है. उन्होंने कहा, मुख्य न्यायाधीश गवई बहुत दयालु रहे हैं, लेकिन राष्ट्र को गहरी पीड़ा और आक्रोश के साथ उनके साथ एकजुटता से खड़ा होना चाहिए. सोनिया गांधी ने मुख्य न्यायाधीश गवई के जूता कांड की निंदा की.
वकील ने क्या कहा?
किशोर ने मुख्य न्यायाधीश के सामने जूता फेंकने का प्रयास किया और जोर से कहा, 'भारत सनातन धर्म के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा.' किशोर को तुरंत कोर्ट परिसर में हिरासत में लिया गया. किशोर ने बाद में माना कि यह हमला मुख्य न्यायाधीश के लिए था और न्यायाधीश चंद्रन से माफी मांगी.
सुप्रीम कोर्ट वकील रोहित पांडे ने बताया कि किशोर बार एसोसिएशन के सदस्य हैं और उन्होंने कहा कि यह हमला CJI के पूर्व टिप्पणी 'देवता से पूछो' पर प्रतिक्रिया हो सकता है. उन्होंने इस कृत्य की निंदा की और कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की.