
Adani-Hindenburg Case: SEBI ने दी अडानी ग्रुप को क्लीन चिट हिंडनबर्ग मामले में , सेबी को जांच में नहीं मिला कोई सबूत.. अडानी बोले सत्यमेव जयते
नई दिल्ली. देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) ने अडानी ग्रुप को बड़ी राहत दी है. सेबी ने गुरुवार (18 सितंबर) को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को खारिज करते हुए उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी अगुवाई वाले ग्रुप को क्लीन चिट दे दी.
सेबी की जांच में कोई आरोप साबित नहीं हुए
सेबी की जांच में गौतम अडानी और अडानी ग्रुप पर लगे आरोप साबित नहीं हुए। अडानी ग्रुप पर लेनदेन को छिपाने के लिए तीन संस्थाओं के माध्यम से धन भेजने का आरोप लगाया गया था। दो अलग-अलग आदेशों में सेबी ने कोई उल्लंघन नहीं पाया। सेबी ने यह भी कहा कि ऋण ब्याज सहित चुकाए गए थे। कोई धनराशि गबन नहीं की गई थी और इसलिए कोई धोखाधड़ी नहीं हुआ था। सेबी ने अपनी जांच में पाया कि अडानी पोर्ट्स ने आदिकॉर्प एंटरप्राइजेज को धनराशि हस्तांतरित की थी, जिसने अडानी पावर को ऋण के रूप में धनराशि प्रदान की थी। हालांकि, अडानी पावर ने आदिकॉर्प एंटरप्राइजेज को ऋण चुका दिया था
जनवरी 2023 में हिन्डनबर्ग ने दावा किया था कि अदाणी ग्रुप ने तीन कंपनियों एडिकॉर्प एंटरप्राइजेज, माइलस्टोन ट्रेडलिंक और रहवर इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए पैसों की हेराफेरी की है
गौतम अडानी का बयान आया सामने
सेबी के फैसले के बाद गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा, “सेबी की जांच ने साबित कर दिया कि हिन्डनबर्ग के दावे पूरी तरह बेबुनियाद थे. अडानी ग्रुप की पहचान पारदर्शिता और ईमानदारी से होती है. हमें उन निवेशकों का दुख है, जिन्होंने इस फर्जी और भ्रामक रिपोर्ट के कारण पैसा गंवाया. झूठ फैलाने वालों को देश से माफी मांगनी चाहिए. हमारा संकल्प भारत की संस्थाओं, जनता और राष्ट्रनिर्माण के प्रति अटूट है. सत्यमेव जयते! जय हिंद!”