
बीसलपुर बांध का इतना पानी बहा... पचास बार भर जाता रामगढ़ बांध*
जमवारामगढ़। मानसून अबकी बार जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में ही बनास नदी पर बना बीसलपुर बांध ओवरफ्लो हो गया था। बीसलपुर बांध की क्षमता 38.70 टीएमसी है। जबकि रामगढ़ बांध की कुल भराव क्षमता 2.65 टीएमसी है। रामगढ़ बांध की भराव क्षमता की तुलना में बीसलपुर बांध करीब 15 गुणा बड़ा है। बीसलपुर बांध से पिछले 77 दिन में 126 टीएमसी जल की निकासी दो गेट खोलकर की जा रही है और जल की निकासी जारी है। 126 टीएमसी पानी का मतलब है कि रामगढ़ बांध बीसलपुर बांध के ओवरफ्लो से ही अब तक लगभग 50 बार भर जाता। यदि वर्षा जल संग्रहण का सही तरीके से कार्य होता तो पूर्वी राजस्थान में रामगढ़ बांध जैसे पचास बांध पानी से भरे होते तो पूर्वी राजस्थान सरसब्ज और समृद्ध होता। यह तो प्रदेश की एक मात्र नदी बनास नदी व उसकी सहायक नदियों से बेकार बह पानी की बर्बादी है।
हमेशा विकराल व खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली नदी चम्बल, माही, कालीसिंध, पार्वती, मेज नदी, लूनी नदियों व इनकी सहायक नदियों के पानी का जल संग्रहित करते तो राजस्थान में भूगर्भीय जल की कमी नही होती। जल संरक्षण व संवर्धन से प्रदेश में अथाह जल भंडार होता। लेकिन समय रहते वर्षा जल संग्रहण पर कार्य सही तरीके से कार्य नही किया गया। प्रदेश में प्रभावी जल संरक्षण होता तो प्रदेश कृषि व उद्योग भी समृद्ध बन सकता था। पानी के अवर्क्षण व बिजली के चक्कर में यहाँ उद्योग ओर कल कारखाने नही लग पाते है। बनास नदी की राह में अवरोध नही होने से बनास नदी में खूब पानी ओर बाणगंगा नदी रामगढ़ बांध की डाउन स्ट्रीम में अच्छी बरसात होने से खूब बही है। लेकिन उद्गम क्षेत्र से लेकर रामगढ़ बांध तक एक बार भी नही बही है। जिससे अच्छे मानसून होने के बावजूद रामगढ़ बांध सूखा रहा है।
*ईसरदा बांध से आएगा पानी*
बनास नदी की डाउन स्ट्रीम में ईसरदा बांध का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद टेंस्टिंग की जा रही है। ईसरदा बांध से रामगढ़ बांध तक पाइप लाइन से पानी लाने के लिए 1915 करोड़ का टेंडर हो गया है।